Arun Pal Singh
ग्राम पंचायत दूवगमा मै पंचायत पर गए तो वहां ग्राम वासियों से पूछे तो उन्होंने हमें यह बताया कि पंचायत बंद थी और। कोई भी कर्मचारी यहां नहीं आते और ना ही एक भी दिन कार्यालय में बैठते हैं यह और ना ही ग्राम वासियों का कुछ काम हो रहा है
हमारे ग्राम वासियों का कहना है कि एक भी दिन पंचायत नहीं खुलती है और ना ही कार्यालय में कोई भी कर्मचारी यहां आते हैं और हमारे सेक्रेटरी अरुण पाल सिंह जी आते भी हैं तो किसके घर पर बैठे रहते हैं पता ही नहीं चलता आएंगे और चले जाएंगे नहीं अभी तक लेबरों का पैसा दिया गया है नहीं कुछ और ग्राम पंचायत में कहते हैं कि बहुत काम हुआ है एक भी काम अभी तक नहीं हुआ है सप्ताह गड्ढा का आयोजन भी किया गया था वह भी अभी पूरा नहीं किया गया है यह हमारे सहायक सेक्रेटरी लोकेश पटेल है
ग्राम पंचायत दूवगमा मै पंचायत पर गए तो पंचायत बंद थी और जब हम ग्राम वासियों से पूछे तो उन्होंने हमें यह बताया कि पंचायत एक भी दिन नहीं खुलती हैं और ना ही कोई कर्मचारी यहां आते हैं और ना ही कोई भी काम करते हैं और अभी कुछ काम के लिए बोलते भी हैं तो कहते हैं पैसा दीजिए हम कर देंगे सब अभी आवास के लिए ही बहुत लोगों का लिस्ट में नाम है और लोगों से तो पैसा ले चुके हैं सेक्रेटरी लोकेश पटेल और उनके साथ ही अरुण पाल सिंह दोनों जन मिलकर पैसा खाते हैं और हमारे ग्राम वासियों का कहना है कि हमसे आवास के लिए हम बोले इनसे तो उन्होंने हमें यह बोला हमको 10000 दे दीजिए हम आपका पहले नंबर पर करवा देंगे और कुछ ग्राम वासियों से बोले कि 20000 हमको दे दीजिए हम जल्द से जल्द आपका करवा देंगे अभी जिस को मीलाभीहे को भी आधे में ही अटका कर बैठे हैं उससे भी लेकर पैसा उसका अधूरा काम छोड़ दिया है इतना ग्राम पंचायत दूवगमा मै लैट्रिंग का पैसा आया ₹1 भी ग्राम वासियों को नहीं मिला और ना ही लैट्रिन बनी है और जिसका बना भी था उसका भी पैसा नहीं आया है और जिनका बन ही गया है उनसे भी पैसा ले ली है और अभी तक हमारे दूवगमा मैं कहते हैं कि वार्ड नंबर 4 में चौतारा बना हुआ है ना तो यहां चित्र बना हुआ है और ना ही रोड निकली है ऐसे ही बहुत काम यह लोग दूसरे दूसरे जगह का दिखा करके पैसा खा लिए हैं दुकानों में लाखों का घोटाला हुआ है हमारे ग्राम वासियों का कहना है कि हम सीओ साहब से निवेदन करते हैं कि वह खुद ही आकर मौके पर जांच करें और देखे कहां कितना काम हुआ है कितना काम नहीं हुआ है बिना पैसा की बात ही नहीं करते हैं हमारे कर्मचारी लोग एक भी दिन कार्यालय में नहीं पर स्थित रहते हैं यह और जब कहते हैं तो कहते हैं कि सरकार हमको पैसा दे रही है 8 घंटे ड्यूटी के लिए कम से कम 8 घंटे ड्यूटी आप कार्यालय में ही बैठकर पूरा करिए ग्राम वासियों का यह बहुत काम होगा लेकिन यह सुनते ही नहीं है नाही कुछ अभी 27 तारीख नौवां महीना 2021 को आवेदन दिए हैं सीओ साहब को कि यहां मौके पर आकर जांच करें लेकिन यहां कोई भी कर्मचारी नहीं आए जांच करने और ना ही हम लोगों को लगता है कि अब होगा अब हम किसके पास जाएं किसके पास ना जाए हम तो बड़ी उम्मीद लेकर गए थे अपने सीओ साहब के पास लेकिन वह भी जांच नहीं किए जिला सीओ साहब से निवेदन है कि वह खुद ही आकर मौके पर जांच करें और देखें कहां-कहां क्या-क्या बना हुआ है यह जो जलाशय श्मशान घाट बना हुआ था इसमें छावनी लगा दिए हैं बाउंड्री करवा दिए हैं मिट्टी तक नहीं डलवाए हैं इसमें ना ही मिट्टी डलवाए हैं नहीं चौतरा उसमें बनवाए हैं उसका भी पैसा यह लोग खा गए थे