वसूली कांड में बढ़ी अनिल देशमुख की मुश्किलें, निजी सचिव संजीव पलांडे और सहायक कुंदन शिंदे को ED ने किया गिरफ्तार
Mumbai City, Maharashtra, India
- ईडी ने CBI की प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद देशमुख और कुछ अन्य के खिलाफ पिछले महीने मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया था।
100 करोड़ रुपये की वसूली के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में देशमुख के निजी सचिव (पीएस) और निजी सहायक (पीए) संजीव पलांडे एवं कुंदन शिंदे को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले ईडी ने अनिल देशमुख के नागपुर और उनके सहयोगियों के मुंबई स्थित परिसरों पर शुक्रवार को छापेमारी की थी।
परमबीर सिंह ने देशमुख पर लगाए थे रिश्वत के आरोप
ईडी ने CBI की प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद देशमुख और कुछ अन्य के खिलाफ पिछले महीने मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने बॉम्बे हाइ कोर्ट के आदेश पर एक मामला दायर करने के बाद प्रारंभिक जांच की थी जिसके बाद ईडी ने मामला दर्ज किया। हाई कोर्ट ने CBI को मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए रिश्वत के आरोपों की जांच के लिए कहा था।
बीजेपी नेता ने कहा- जल्द गिरफ्तार होंगे देशमुख
अनिल देशमुख के पीएस और पीए की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने ट्वीट करके कहा, 'वसूली केस में अनिल देशमुख के सचिवों संजीव पलांडे और कुंदन शिंदे को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। मुझे यकीन है कि अगले कुछ दिनों में अनिल देशमुख को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।'
देशमुख बोले, 'सच्चाई सामने आएगी'
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के बाद महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि उन्होंने ईडी के अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग किया जो उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत उनके परिसरों की तलाशी के दौरान उनसे मिले। देशमुख ने उम्मीद जताई कि सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने कहा कि वो भविष्य में भी जांच एजेंसियों के साथ सहयोग जारी रखेंगे।
देशमुख के नागपुर स्थित घर पर ED ने मारा था छापा
शुक्रवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के घर पर ईडी की टीम ने छापेमारी की। ईडी की टीम ने देशमुख के घर की घंटों तलाशी ली। मनी लॉन्ड्रिंग केस में यह छापेमारी देशमुख के नागपुर स्थित घर पर हुई थी। ईडी की टीम के साथ सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के जवान मौजूद थे। इसके अलावा कानून और व्यवस्था बनाने के लिए नागपुर पुलिस के जवान भी मौजूद थे।