दमदार स्टारकास्ट, शानदार रिव्यूज... लेकिन इन 5 वजहों से चूक गई रणवीर सिंह की ‘83’
Mumbai City, Maharashtra, India
- क्यों फेल हो गई ‘83’? रणवीर सिंह स्टारर स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म '83' को लेकर रिलीज से पहले काफी बज क्रिएट किया गया था।
क्यों फेल हो गई ‘83’?
रणवीर सिंह स्टारर स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म '83' को लेकर रिलीज से पहले काफी बज क्रिएट किया गया था। क्रिकेट पर आधारित इस फिल्म का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था। मेकर्स को भी इससे काफी उम्मीदें थीं यही वजह थी कि उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म की बजाय इसे सिनेमाघरों में ही रिलीज किया। पहले इसे 10 अप्रैल 2020 को रिलीज किया जाना था। कोरोना की वजह से इसे टाल दिया गया। फिल्म जब इस साल क्रिसमस के मौके पर आई तो लगा वीकेंड की छुट्टियों का फायदा मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दमदार स्टारकास्ट, समीक्षकों के पॉजिटिव रिव्यूज के बाद भी आखिर कहां चूक हो गई जो यह बॉक्स ऑफिस पर खरी नहीं उतरी। आइए इन वजहों पर एक नजर डालते हैं।
छोटे शहरों में खराब प्रदर्शन
'83' की रिलीज को एक हफ्ते हो चुके हैं। फिल्म ने 7 दिन में करीब 72 करोड़ का बिजनेस कर लिया है। फिल्म पहले दिन से ही छोटे शहरों की अपेक्षा मेट्रो शहरों में बेहतर प्रदर्शन कर रही है। सिंगल स्क्रीन पर फिल्म औसत साबित हुई है। फिल्म का बज केवल इंडस्ट्री में था, दर्शकों को यह छूने में नाकाम रही। इसे एक तरह से शहरी लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई फिल्म कहा जा सकता है, जिसे मल्टीप्लेक्स के दर्शकों ने स्वीकार किया लेकिन छोटे शहरों के लोगों तक ठीक से नहीं पहुंच पाई।
टाइमिंग पर उठे सवाल
बॉलीवुड में इससे पहले भी कई बार देखा गया कि जब दो बड़ी फिल्में एक साथ रिलीज हुई हैं तो ज्यादातर बार किसी एक फिल्म को नुकसान उठाना पड़ा है। '83' के साथ भी ऐसा ही हुआ। बॉक्स ऑफिस पर पहले से ही 'स्पाइडर-मैन: नो वे होम' और अल्लू अर्जुन की 'पुष्पा' धमाल मचा रही थी। दोनों फिल्मों की रिलीज को दो हफ्ते से ज्यादा का समय हो चुका है और अभी भी मजबूती के साथ टिकी हुई हैं। माना जा रहा है कि इन दोनों की वजह से भी '83' को नुकसान उठाना पड़ा है। खासकर 'पुष्पा' जैसी मास ऑडियंस वाली फिल्म जिसे सिंगल थियेटर्स में हाथों हाथ लिया गया।
प्रमोशन में कमी
आज के दौर में फिल्म के हिट होने में प्रमोशन एक अहम हिस्सा है। '83' की मार्केटिंग और प्रमोशन भी हाल ही में रिलीज हुई 'सूर्यवंशी' और 'पुष्पा' जैसी नहीं की गई। फिल्म की रिलीज से पहले मुंबई में ग्रैंड प्रीमियर का भले ही आयोजन किया गया लेकिन ऐसे प्रचार के दर्शक सीमित हैं। कई प्रमोशन इंटरव्यू में रणवीर सिंह के नहीं होने से प्रचार पर असर पड़ा। एक्टर्स से प्रमोशन के लिए टीवी का सहारा नहीं लिया गया और उनके होर्डिंग भी जगह-जगह नहीं दिखे।
डिस्ट्रीब्यूशन में गलती
फिल्म के डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर इसके फेल में जिम्मेदार बताया जा रहा। मुंबई की प्रतिष्ठित सिंगल स्क्रीन मराठा मंदिर सहित कुछ सिनेमाघरों ने फिल्म को रिलीज नहीं किया।
गानों और डायलॉग्स में दम नहीं
हिन्दी फिल्मों के लिए गाने कितने जरूरी हैं यह बताने की किसी को जरूरत नहीं है। अब ऐसे में अगर स्पोर्ट्स फिल्म है तो जुनून से भरे गाने की उम्मीद की जाती है लेकिन '83' के साथ ऐसा नहीं देखा गया। ना ही फिल्म का ऐसा कोई डायलॉग है जो लोगों की जुबां पर चढ़ सके।