सीबीएसई 10वीं रिजल्ट से असंतुष्ट बिहार के 20 हजार छात्रों ने की शिकायत
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के दसवीं बोर्ड रिजल्ट से असंतुष्ट विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है। महज दो दिन में बिहार से करीब बीस हजार अभिभावक और विद्यार्थियों की शिकायत सीबीएसई क्षेत्रीय कार्यालय के पास पहुंच चुकी है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के दसवीं बोर्ड रिजल्ट से असंतुष्ट विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है। महज दो दिन में बिहार से करीब बीस हजार अभिभावक और विद्यार्थियों की शिकायत सीबीएसई क्षेत्रीय कार्यालय के पास पहुंच चुकी है। विद्यार्थी और अभिभावक स्कूल द्वारा कम अंक देने की शिकायत कर रहे हैं। बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी जगदीश वर्मन के अलावा परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज, सीबीएसई चेयनमैन व सीबीएसई सचिव के पास भी अलग-अलग माध्यमों से शिकायत पहुंच रही हैं। व्हाट्सएप, मैसेज, मेल आदि से शिकायत की जा रही है। विद्यार्थी कम अंक देने का आरोप स्कूल पर लगा रहे हैं। इन्होंने पहले स्कूल से शिकायत की। इसके बाद अब बोर्ड के पास कर रहे हैं।
स्कूल व अभिभावकों के बीच दरार
प्राइवेट स्कूल और चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष शमायल अहमद ने बताया कि सीबीएसई ने स्कूल और अभिभावकों के बीच दरार डाला है। अभिभावक स्कूल पर कम अंक देने का आरोप लगा रहे हैं। सीबीएसई को सभी छात्रों को अच्छे अंक देकर पास करना चाहिए। बोर्ड परीक्षा रद्द नहीं किया जाना चाहिए था। संघ सीबीएसई चेयरमैन को हटाने की मांग करता है।
छात्र लगा रहे स्कूल पर आरोप
- स्कूल ने अंक देने में भेदभाव किया है
- जिन छात्रों को प्री बोर्ड में अच्छे अंक आए, उनके अंक काट लिये गये
- मेधावी छात्रों के अंक कट कर दिये
- स्कूल की रिजल्ट कमेटी ने उन्हीं छात्रों को बेहतर अंक दिया जो उनके फेवर में थे
- स्कूल ने अभिभावकों को गुमराह किया
- अच्छे स्कूलों नहीं मिलेगा नामांकन
स्कूल लगा रहे बोर्ड पर आरोप
- बोर्ड द्वारा बार-बार अंक कम करवाया गया
- जिस स्कूल का संबंधित साल में बेस्ट रिजल्ट था, उनके भी अंक कम करवाये
- बोर्ड के अंक अपलोड प्रोग्रामिंग में कई गड़बड़ियां थीं
- बोर्ड ने स्कूल की मेरिट लिस्ट के अनुसार अंक कम करने का दबाव डाला
- स्कूल द्वारा अंक अपलोड करने पर उसे बोर्ड द्वारा स्वीकार नहीं किया जा रहा था