बैंक गोल्ड लोन पर भी दे रहे ओवरड्राफ्ट की सुविधा, कभी भी राशि इस्तेमाल करने की छूट
- सोना के बदले कर्ज यानी गोल्ड लोन सबसे अधिक सुविधाजनक है। पर्सनल लोन या एफडी के बदले कर्ज के मुकाबले गोल्ड लोन काफी आसानी से और कम समय में मिल जाता है।
सोना के बदले कर्ज यानी गोल्ड लोन सबसे अधिक सुविधाजनक है। पर्सनल लोन या एफडी के बदले कर्ज के मुकाबले गोल्ड लोन काफी आसानी से और कम समय में मिल जाता है। अब बैंकों ने गोल्ड लोन पर ओवरड्राफ्ट सुविधा भी शुरू कर दी है जो और ज्यादा किफायती है।
क्या है गोल्ड लोन पर ओवरड्रॉफ्ट
इसकी शुरुआत डीसीबी बैंक ने की है। इसके तहत आप अपना सोना बैंक के पास रख सकते हैं। उसके बदले बैंक उतनी राशि आपके खाते में डाल देगा। लेकिन ब्याज केवल उसी राशि पर लगेगा जितनी राशि आप खर्च करेंगे। यदि आपने पांच लाख रुपये का सोना बैंक में रखकर ओवरड्राफ्ट की सुविधा ली और केवल दो लाख रुपये ही खर्च किया तो ब्याज दो लाख रुपये पर ही चुकाना होगा बाकी राशि पर नहीं। जबकि गोल्ड लोन की स्थिति में पूरे पांच लाख रुपये पर ब्याज चुकाना होता।
सबसे जल्द मिलता है गोल्ड लोन
ओवरड्राफ्ट गोल्ड लोन का ही सुविधाजनक रूप है। विशेषज्ञों का कहना है कि वित्तीय मुश्किल में गोल्ड लोन सबसे आसानी से मिलने वाला कर्ज है। इसके लिए कमाई का प्रमाण, क्रेडिट स्कोर या अन्य कोई दस्तावेज नहीं देना पड़ता है। इसमें केवल पैन और आधार ही मुख्य दस्तावेज होते हैं। यही वजह है कि आम उपभोक्ता से लेकर छोटे कारोबारी सभी इसे पसंद करते हैं। एनबीएफसी एक घंटे से भी कम समय में गोल्ड लोन दे दिया करती हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
विशेषज्ञों का कहना है कि गोल्ड लोन बैंक या आरबीआई से मान्यताप्राप्त एनबीएफसी से ही लें। इसके अलावा गोल्ड लोन लेने के पहले बैंक या एनबीएफसी की ब्याज दर, प्रोसेसिंग शुल्क और अन्य शर्तों पर भी जरूर गौर करें। यह भी याद रखें कि गोल्ड लोन आपके सोने के मूल्य का 75 फीसदी ही मिलता है। ऐसे में लोन नहीं चुकाने पाने की स्थिति में सोने के साथ आपको 25 फीसदी और राशि का नुकसान उठाना पड़ सकता है।