गौतम अडाणी ने चंद मिनटों में गंवाए 46,399 करोड़ रुपये
- अडाणी ग्रुप के स्टॉक्स, अडाणी इंटरप्राइजेज, अडाणी पोर्ट्स, अडाणी पावर, एटीजीए, अडाणी ट्रांसमिशन और अडाणी ग्रीन में आज भी भारी गिरावट हुई है।
अडाणी ग्रुप के स्टॉक्स, अडाणी इंटरप्राइजेज, अडाणी पोर्ट्स, अडाणी पावर, एटीजीए, अडाणी ट्रांसमिशन और अडाणी ग्रीन में आज भी भारी गिरावट हुई है। शेयर बाजार खुलते ही आडाणी ग्रुप के के शेयर धड़ाम हो गए। इसकी वजह से निवेशकों को तो तगड़ा झटका लगा ही है, साथ-साथ गौतम अडाणी को चंद मिनटों में 6.3 अरब डॉलर (करीब 4,63,99,18,50,000 रुपये) का झटका लग गया। फोर्बस रियल टाइम बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक सुबह साढ़े नौ बजे तक उनके नेटवर्थ में 6.3 अरब डॉलर की कमी दर्ज की जा चुकी थी। इस गिरावट के बाद वह 63.5 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में 16 नंबर पर हैं। बता दें सोमवार से बुधवार तक अडानी ग्रुप के शेयरों में लगातार गिरावट आने से अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी की नेटवर्थ में जबरदस्त गिरावट आई है। इस गिरावट की वजह से अडाणी एशिया के दूसरे सबसे अमीर होने के रुतबे से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह चीन के झोंग शानशान ने ले ली है। इससे पहले भारत की अरबपति जोड़ी मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी ने चीन के अरबपतियों को दुनिया के अमीरों की सूची में पीछे छोड़ दिया था, लेकिन अडानी ग्रुप के विदेशी फंडों के अकाउंट फ्रीज होने की खबर ने ग्रुप के शेयरों में भूचाल ला दिया, जिसकी वजह से अडाणी के नेटवर्थ में काफी असर पड़ा है। अब गौतम अडाणी की कुल नेटवर्थ 70 बिलियन डॉलर से नीचे आ गई है।बता दें इकोनाॅमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार नेशनल सिक्योरिटी डिपाॅजिटर लिमिटेड (NSDL) ने तीन विदेशी फंड को फ्रीज कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार इन सभी के पास अडाणी ग्रुप की चार कंपनियों के कुल 43,500 करोड़ रुपये के शेयर हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार सेबी (Sebi) भी अडाणी समूह के शेयरों के कीमतों के मूल्यांकन की जांच कर रहा है। इस वजह से अडाण ग्रुप के शेयरों में गिरावट है। इस पूरे मसले पर अब कंपनी ने अपने बयान जारी करते हुए कहा कि सारे आरोप निराधार हैं। और कंपनी की छवि को नुकसान पहुचाने के लिए जानबूझकर किया जा रहा है। कंपनी ने बीएसई नियामक फाइलिंग में यह भी कहा, '14 जून 2021 के अपने ईमेल के माध्यम से लिखित पुष्टि की गई है कि डीमैट खाते फ्रीज नहीं किए गए हैं।' कंपनी की तरफ से कहा गया है कि इस पूरे प्रकरण से निवेशकों का कंपनी और कंपनी की छवि का नुकसान हो रहा है।