Maharashtra Politics: महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख का तंज, शरद पवार के पास है उद्धव सरकार का 'रिमोट कंट्रोल'
Mumbai City, Maharashtra, India
- महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) को राज्य में शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार का ‘रिमोट कंट्रोल’ बताया।
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सरकार में सहयोगी महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पर हमला बोला है। नाना पटोले ने बुधवार को एनसीपी के प्रमुख शरद पवार को राज्य में शिवसेना के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार का 'रिमोट कंट्रोल' बताया। पटोले ने एक रीजनल न्यूज चैनल से बात करते हुए यह कमेंट किया।
दरअसल एनसीपी, शिवसेना के बाद एमवीए का दूसरा सबसे बड़ा घटक है। कांग्रेस एमवीए में तीसरी भागीदार है। यह पूछे जाने पर कि उन्हें (नाना पटोले) मंगलवार को पवार के घर पर क्यों नहीं बुलाया गया जब प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के एक समूह ने एनसीपी प्रमुख से मुलाकात की। इस पर पटोले ने कहा कि यह बैठक राज्य सरकार और उसके कोआर्डिनेशन के लिए थी। यह पार्टी स्तर की बैठक नहीं थी। वह (पवार) वास्तव में इस एमवीए सरकार का 'रिमोट कंट्रोल' हैं।
एनसीपी के धोखे का किया जिक्र
इससे पहले दिन में पटोले ने 2014 के विधानसभा चुनावों को लेकर भी एनसीपी पर हमला बोला था। पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी से सात साल पहले ‘धोखा’ हुआ था और अब वह इसे ध्यान में रखते हुए 2024 के आम चुनावों की तैयारी कर रही है। पटोले जाहिर तौर पर महाराष्ट्र में 2014 के विधानसभा चुनाव कांग्रेस से अलग होकर लड़ने के एनसीपी के कदम का जिक्र कर रहे थे।
बीजेपी सरकार को NCP ने दिया था समर्थन
कांग्रेस के एक तबके का मानना है कि एनसीपी के फैसले से बीजेपी को लाभ हुआ, जिसने 122 सीट जीती थीं और सरकार बनाने का दावा किया था। दरअसल एनसीपी ने तब सरकार बनाने के लिए बीजेपी को बाहर से समर्थन दिया था और कहा था कि वह ऐसा महाराष्ट्र के हित में और राज्य के विकास के लिए कर रही है। हालांकि, तब बीजेपी ने शिवसेना के समर्थन से सरकार बना ली थी।
2014 चुनाव का किया जिक्र
भाजपा और शिवसेना का गठबंधन 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद टूट गया था क्योंकि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी मुख्यमंत्री का पद दिए जाने पर अड़ गई थी। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी थी, लेकिन धीरे-धीरे यह विधायकों की संख्या के मामले में चौथे स्थान पर खिसक गई। पटोले ने कहा कि 2024 में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार (केंद्र में) आएगी। बीजेपी ने समूचे राष्ट्र को बेचने के लिए रख दिया है। लोग महामारी से पीड़ित हैं। महंगाई बढ़ने से उनकी स्थिति खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर केवल कांग्रेस ही बीजेपी की जगह ले सकती है।
कांग्रेस के एक तबके का मानना है कि एनसीपी के फैसले से बीजेपी को लाभ हुआ, जिसने 122 सीट जीती थीं और सरकार बनाने का दावा किया था। दरअसल एनसीपी ने तब सरकार बनाने के लिए बीजेपी को बाहर से समर्थन दिया था और कहा था कि वह ऐसा महाराष्ट्र के हित में और राज्य के विकास के लिए कर रही है। हालांकि, तब बीजेपी ने शिवसेना के समर्थन से सरकार बना ली थी।
एमवीए सरकार पर लगाया जासूसी का आरोप
पटोले ने हाल में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि एमवीए सरकार उनकी जासूसी करा रही है। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी के बढ़ते प्रभाव की वजह से शिवसेना और एनसीपी के पैरों तले की जमीन खिसक रही है। पटोले ने अपनी टिप्पणी पर विवाद बढ़ने के बाद सोमवार को कहा था कि मीडिया के माध्यम से गलत सूचना फैलाई जा रही है और एमवीए के घटक दलों के बीच कोई विवाद नहीं है और कांग्रेस को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।