कुंभ राशि में 20 जून से गुरु होंगे वक्री, 18 अक्टूबर तक इन राशि वालों को मिल सकता है प्रमोशन
- कुंभ राशि में गुरु 20 जून से वक्री होंगे। इस राशि में गुरु 120 दिन तक यानी 18 अक्टूबर तक वक्री रहेंगे, इसके बाद फिर से मार्गी होंगे।
कुंभ राशि में गुरु 20 जून से वक्री होंगे। इस राशि में गुरु 120 दिन तक यानी 18 अक्टूबर तक वक्री रहेंगे, इसके बाद फिर से मार्गी होंगे। इस बीच गुरु मकर राशि में भी गोचर करेंगे। मकर राशि में पहले से ही वक्री अवस्था में विराजमान हैं। गुरु अपनी वक्री अवस्था में मकर राशि में 14 सितंबर को प्रवेश करेंगे और मार्गी भी इसी राशि में होंगे। इसके बाद 21 नवंबर को गुरु फिर से कुंभ राशि में आ जाएंगे। वक्री गुरु का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। जानिए गुरु की वक्री चाल का किन राशियों को होगा फायदा-
1. मेष- मेष राशि वालों को कार्यक्षेत्र में सफलता हासिल होगी। मान-सम्मान में वृद्धि के योग बनेंगे। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी। रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी में तरक्की के भी योग बनेंगे।
2. सिंह- वक्री गुरु के प्रभाव से सिंह राशि वालों को व्यापार में मुनाफा हो सकता है। जीवनसाथी के साथ मतभेद हो सकते हैं। बेवजह किसी से वाद-विवाद न करें। विवाह संबंधी मामलों में सफलता हासिल हो सकती है। धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। संपत्ति में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
3. वृश्चिक- वक्री गुरु से आपको कार्यक्षेत्र में सफलता हासिल होगी। धन लाभ के भी योग बनेंगे। निवेश से लाभ मिलेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
4. धनु- वक्री गुरु के प्रभाव से आपके साहस में वृद्धि होगी। व्यापारियों को लाभ हो सकता है। इस दौरान सुख-सुविधाओं में वृद्धि हो सकती है। लव लाइफ में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। किसी करीबी के साथ अनबन हो सकती है।
5. मीन- इस राशि के जातकों को रुके हुए धन की प्राप्ति हो सकती है। सेहत में सुधार होगा। धैर्य से काम लेने पर कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। भाग्य का साथ मिलेगा।