दिल्ली में कोरोना से मौत का आंकड़ा 25 हजार के पार, बीते 24 घंटे में 79 नए मरीज मिले, चार लोगों की मौत
- दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 79 नए मामले सामने आए व चार और रोगियों की मौत हो गई, जबकि संक्रमण दर 0.11 प्रतिशत रही।
दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 79 नए मामले सामने आए व चार और रोगियों की मौत हो गई, जबकि संक्रमण दर 0.11 प्रतिशत रही। दिल्ली में अब 833 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 269 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। हालांकि यहां अब मौत का आंकड़ा 25 हजार को पार कर गया है।स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे के दौरान 154 लोग संक्रमण को मात देकर ठीक हुए हैं। पिछले साल महामारी फैलने के बाद से दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 14,34,687 मामले सामने आ चुके हैं। अब तक इनमें से 14.08 लाख से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 25,001 रोगियों की मौत हो चुकी है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटे में दिल्ली में कुल 69,866 टेस्ट किए गए हैं। इनमें से 46,110 आरटीपीआर/ सीबीएनएएटी / ट्रूनैट टेस्ट और 23,756 रैपिड एंटीजन टेस्ट शामिल थे। दिल्ली में अब तक कुल 21,916,160 जांचें हुई हैं और प्रति 10 लाख लोगों पर 11,53,482 टेस्ट किए गए हैं। इसके साथ ही अब यहां कंटेनमेंट जोन की संख्या भी घटकर 652 पर आ गई है।
इससे पहले, सोमवार को दिल्ली में इस साल 15 अप्रैल के बाद से कोविड-19 के सबसे कम 54 नए मामले सामने आए थे।इसके अलावा दो रोगियों की मौत हुई और संक्रमण दर 0.09 प्रतिशत रही थी।
कोरोना पीड़ित परिवारों की मदद के लिए पोर्टल शुरू, 50,000 रुपये मिलेगी वित्तीय सहायता
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोविड-19 से अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए मंगलवार को एक सामाजिक सुरक्षा योजना और एक पोर्टल की शुरुआत की। 'मुख्यमंत्री कोविड-19 परिवार आर्थिक सहायता योजना' के तहत कोविड-19 से अपने परिजन को खोने वाले प्रत्येक परिवार को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इसके अलावा अगर व्यक्ति परिवार में एकमात्र कमाने वाला था तो उसके परिवार को मासिक 2,500 रुपये की अतिरिक्त मदद दी जाएगी।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली ने कोरोना वायरस संक्रमण की चार लहर का सामना किया है। चौथी लहर ने लगभग हर परिवार को प्रभावित किया और कई लोगों की जान ली। उन्होंने कहा कि कई बच्चे अनाथ हुए, कई परिवारों ने घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य खो दिया। ऐसी स्थिति में एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते हमने इस योजना की संकल्पना की। उन्होंने कहा कि हम एक पोर्टल शुरू कर रहे हैं जिसके माध्यम से ऐसे लोग वित्तीय सहायता के लिए आवेदन कर सकते हैं। हमारे प्रतिनिधि भी ऐसे घरों का दौरा करेंगे और पात्र लोगों से आवेदन भरवाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये प्रतिनिधि दस्तावेजों के खोने की स्थिति में परिवार के दावों को खारिज नहीं करेंगे और सिर्फ प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे