भूलकर भी इन रत्नों को एक साथ न पहने, कम होने की जगह बढ़ जाएंगी परेशानियां
- ज्योतिषशास्त्र के अनुसार रत्न धारण करने से ग्रहों का अशुभ प्रभाव कम होता है। हर ग्रह के अलग रत्न होते हैं।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार रत्न धारण करने से ग्रहों का अशुभ प्रभाव कम होता है। हर ग्रह के अलग रत्न होते हैं। जातक की कुंडली पर विचार कर रत्न धारण किए जाते हैं। कुछ रत्न ऐसे भी होते हैं, जिन्हें एक साथ नहीं पहनना चाहिए। इन रत्नों को एक साथ पहनने से परेशानियां कम होने की जगह बढ़ सकती हैं। अगर कुछ रत्नों को साथ में पहन लिया तो व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
आइए जानते हैं किन रत्नों को साथ नहीं पहनना चाहिए।
मोती के साथ हीरा, पन्ना, गोमेद, लहसुनिया और नीलम न पहने
- अगर किसी व्यक्ति ने मोती पहन रखा है तो उस व्यक्ति को हीरा, पन्ना, गोमेद, लहसुनिया और नीलम धारण नहीं करना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार चंद्रमा के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए मोती धारण किया जाता है। मोती के साथ हीरा, पन्ना, गोमेद, लहसुनिया और नीलम पहनने से मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
पन्ना के साथ पुखराज, मूंगा और मोती न पहने
- अगर किसी व्यक्ति ने पन्ना धारण कर रखा है तो उस व्यक्ति को पुखराज, मूंगा और मोती नहीं पहनना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पन्ना बुध ग्रह का रत्न होता है। इसे पहनने से बुध का अशुभ प्रभाव कम होता है। पन्ना के साथ पुखराज, मूंगा और मोती धारण करने से धन- हानि हो सकती है।
लहसुनिया के साथ माणिक्य, मूंगा, पुखराज और मोती न पहने
- अगर किसी व्यक्ति ने लहसुनिया धारण कर रखा है तो उस व्यक्ति को माणिक्य, मूंगा, पुखराज और मोती नहीं पहनना चाहिए। लहसुनिया के साथ माणिक्य, मूंगा, पुखराज और मोती धारण करने से जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
नीलम के साथ माणिक्य, मूंगा, मोती और पुखराज न पहने
- नीलम शनि ग्रह का रत्न है। अगर किसी व्यक्ति ने नीलम धारण कर रखा है तो उसे माणिक्य, मूंगा, मोती और पुखराज नहीं पहनना चाहिए। ऐसा करने से विपरित प्रभाव पड़ सकता है।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)