पनामा पेपर्स: ED के सामने पूछताछ के लिए पेश हुईं ऐश्वर्या राय बच्चन, मुश्किल में अमिताभ फैमिली
Mumbai City, Maharashtra, India
- बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन की बहू ऐश्वर्या राय बच्चन सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में पूछताछ के लिए हाजिर हुईं।
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन की बहू ऐश्वर्या राय बच्चन सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में पूछताछ के लिए हाजिर हुईं। ईडी ने उन्हें पनामा पेपर्स केस में नोटिस जारी कर पेश होने को कहा था। इससे पहले भी उन्हें नोटिस जारी किया गया था, लेकिन दो बार उन्होंने पेशी से छूट मांग ली थी। एजेंसी ने फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट ऐक्ट के तहत ऐश्वर्या का बयान दर्ज किया है।
इंडिया गेट के पास ईडी के दफ्तर में पेश हुईं ऐश्वर्या राय ने कुछ दस्तावेज भी एजेंसी को सौंपे हैं। बच्चन फैमिली के खिलाफ ईडी इस मामले में 2016-17 से ही जांच कर रही है। ई़डी ने बच्चन फैमिली को नोटिस जारी कर पूछा था कि आखिर 2004 के बाद उसके कितनी रकम विदेश से हासिल की है या भेजी है। इसके बाद बच्चन फैमिली की ओर से कुछ दस्तावेज सौंपे गए थे। ऐश्वर्या राय बच्चन का नाम उन 500 भारतीयों में शामिल हैं, जिनका जिक्र पनामा पेपर्स लीक में किया गया था। इस लिस्ट में ऐश्वर्या राय बच्चन के ससुर अमिताभ बच्चन का नाम भी शामिल है। हालांकि अब तक उनकी ओर से इस बारे में कोई बात नहीं कही गई है।
ऐश्वर्या राय बच्चन से पहले प्रवर्तन निदेशालय की ओर से उनके पति अभिषेक बच्चन से भी पूछताछ की थी। यही नहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि जल्दी ही अमिताभ बच्चन से भी इस मामले में एजेंसी पूछताछ कर सकती है। पनामा पेपर्स मामले में भारत के करीब 500 लोगों के शामिल होने का दावा किया गया था। इनमें देश के कई नेता, अभिनेता, बिजनेसमैन सहित कई चर्चित लोग शामिल हैं। पनामा पेपर्स कांड तीन अप्रैल, 2016 को शुरू हुआ जब कंपनी की डिजिटल आर्काईव्स से करीब 1.15 करोड़ फाइलें लीक हो गईं।
इस पेपर लीक कांड ने दो देशों के शासनाध्यक्षों को पद से हटने पर मजूबर कर दिया जबकि अन्य कई बड़ी हस्तियों की साख खराब कर दी। लीक हुई फाइलें जर्मनी के अखबार' एसजेड को मिली थीं, जिसने बाद में उन्हें इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट को सौंप दिया था। इसके बाद जब इस बारे में रिपोर्ट्स छपीं तो दुनिया भर में हलचल मच गई और पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ समेत दुनिया की कई हस्तियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था। इस लीक कांड के कारण आइसलैंड के प्रधानमंत्री सिग्मुंदुर डेविड गुनलॉगसन को इस्तीफा देना पड़ा था, जबकि अदालत ने नवाज शरीफ को शीर्ष राजनीतिक पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया।