IND VS ENG: अंपायर का भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत को स्टांस बदलने के लिए कहना कितना सही है, सुनील गावस्कर ने दिया ये चौंकाने वाला जवाब
- भारत और इंग्लैंड के बीच जारी लीड्स टेस्ट के तीसरे दिन एक अजीबोगरीब वाकया देखने को मिला जब अंपायर्स ने इंग्लैंड की पारी के दौरान भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत को अचानक से अपने दस्तानों के ऊपर लगी टैप को हटाने को कहा। तीसरे सेशन का खेल शुरू होने से पहले अंपायर्स ने पंत को ऐसा करने को बोला
भारत और इंग्लैंड के बीच जारी लीड्स टेस्ट के तीसरे दिन एक अजीबोगरीब वाकया देखने को मिला जब अंपायर्स ने इंग्लैंड की पारी के दौरान भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत को अचानक से अपने दस्तानों के ऊपर लगी टैप को हटाने को कहा। तीसरे सेशन का खेल शुरू होने से पहले अंपायर्स ने पंत को ऐसा करने को बोला, जिसको लेकर कप्तान विराट कोहली और भारतीय विकेटकीपर बातचीत करते हुए भी नजर आए। मैच अधिकारी एलेक्स व्हार्फ और रिचर्ड केटलबोरो ने ऋषभ पंत को विकेटकीपिंग दस्तानों पर लगी टैप को हटाने को कहा, जो कि उनके चौथी और पांचवीं उंगली के बीच में लगी हुई दिखाई दे रही थी। अंपायर के इस फैसले पर अब भारत के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने हैरानी जताई है। गावस्कर का कहना है कि पिच पर जूते से बनने वाले निशान किसी बल्लेबाज के स्टांस का निर्धारण नहीं करते। गावस्कर ने खेल के तीसरे दिन के दौरान कमेंट्री करते समय कहा, ' अगर यह सच है तो मैं सोच रहा था कि उसे अपना स्टांस बदलने के लिए क्यों कहा गया। मैंने इस बारे में केवल पढ़ा है। बल्लेबाज पिच पर कहीं भी खड़ा हो सकता है, यहां तक कि पिच के बीच में भी। बल्लेबाज कई बार स्पिनरों के खिलाफ आगे निकल कर खेलते है (पैरों के निशान तब भी बन सकते हैं)।' गावस्कर के साथी कमेंटेटर और भारत के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने पंत को ऐसा करने से रोकने के अंपायर के फैसले को 'बेतुका' बताया है। पंत ने कहा था कि उन्हें अंपायर के कहने पर अपना स्टांस बदलना पड़ा क्योंकि स्विंग से निपटने के लिए क्रीज के बाहर खड़े होने से पिच के डेंजर एरिया में पांवों के निशान बन रहे थे।
पंत ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ' मैं क्रीज के बाहर खड़ा था और मेरा अगला पांव डेंजर एरिया में आ रहा था, इसलिए उन्होंने (अंपायर) मुझसे कहा कि मैं यहां पर खड़ा नहीं हो सकता हूं। इसलिए मुझे अपना स्टांस बदलना पड़ा, लेकिन एक क्रिकेटर होने के नाते मैं इस बारे में अधिक नहीं सोचता क्योंकि जो भी ऐसा करता, अंपायर उससे भी वही बात करते। मैंने अगली गेंद पर वैसा नहीं किया।'अंपायरों के इस फैसले के बाद एक बार फिर यह चर्चा हो है रही कि क्या इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को फिर से तटस्थ अंपायरों का इस्तेमाल करना चाहिए। कोविड-19 के दौरान यात्रा प्रतिबंधों के कारण आईसीसी ने घरेलू अंपायरों के इस्तेमाल की मंजूरी दी है। एमसीसी कानूनों के मुताबिक अंपायर द्वारा पंत को ऐसा कहना नियमों में है। विकेटकीपर ग्लव्स को लेकर बनाए गए कानून 27.2 के मुताबिक तो वह इंडेक्स फिंगर और अंगूठे को जोड़ने के लिए टैप का इस्तेमाल कर सकता है, लेकिन बाकी उंगलियों के बीच में किसी भी तरह की टैप या कोई दूसरी चीज लगाने की इजाजत नहीं है।