ग्वालियर की धरती पर शुरू हुआ तानसेन समारोह, सीएम ने कीं दो बड़ी घोषणाएं, सम्मान राशि भी बढ़ाई
Gwalior, Madhya Pradesh, India
- मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आज से अंतरराष्ट्रीय तानसेन समारोह की शुरुआत हो गई।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आज से अंतरराष्ट्रीय तानसेन समारोह की शुरुआत हो गई। यह आयोजन पांच दिन तक चलेगा। 97वें तानसेन समारोह का शुभारंभ सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया। कार्यक्रम में केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत शिवराज सरकार के मंत्री भारत सिंह कुशवाह ओर प्रद्युम्न तोमर भी मौजूद थे।
शिवराज ने सुनाई तानसेन की कहानी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहाकि संगीत हमारी संस्कृति परंपरा का अभिन्न हिस्सा रहा है। सीएम ने कहाकि हमें गर्व है ग्वालियर घराने पर जो इस परंपरा को जिंदा रखे हुए है। ग्वालियर की धरती संगीत की पुण्य धरा है, जहां तानसेन जैसे संगीत सम्राट ने अपनी प्रतिभा से संगीत क्षेत्र को अमूल्य योगदान दिया। तानसेन जब वृंदावन गए, तो वहां उन्हें बाबा हरिदास जी का आशीर्वाद मिला। उन्होंने तानसेन को अनमोल रत्न बना दिया। उन्होंने कहा कि 2024 में तानसेन समारोह का सौवां शताब्दी समारोह धूमधाम से मनाया जाएगा। साथ ही तानसेन समारोह की तरह अब बैजू बावरा समारोह भी आयोजित होगा। साथ ही कालिदास सम्मान और तानसेन सम्मान की राशि 2 लाख से बढ़कर 5 लाख रुपए करने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की है। हालांकि इस बार शिवराज सरकार ने तानसेन अलंकरण नहीं दिया है। लेकिन कालिदास सम्मान पंडित कार्तिक कुमार, मुंबई ओर पण्डित विक्कू नारायण, चेन्नई को दिया है।
सिंधिया और तोमर भी पहुंचे
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहाकि तानसेन जी को श्रद्धांजलि। संगीत भगवान का एक उपहार है। संगीत के इतिहास में ग्वालियर का योगदान युग-युग तक रहा है। ग्वालियर में कहावत है कि यहां बच्चा भी सुर में रोता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कि उस्ताद अमजद अली खान का परिवार भी सिंधिया रियासत में उभरा है। 400 साल पहले महादजी महाराज कृष्ण भजन लिखते थे। मराठा समाज उनके सामने स्थापित हुआ, लेकिन संगीत के क्षेत्र में काम किया। वहीं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर को 15वीं शताब्दी से संगीत के मामले में हमेशा ऊंचाई मिली है, ग्वालियर किले में तो संगीत की पाठशाला लगती थी। बता दें पांच दिवसीय तानसेन समारोह में 6 देशों के 48 विश्व विख्यात कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।