Gold Price: सोने का भाव 45,000 पर आ सकता है, जानें क्यों औंधेमुंह गिरी चांदी
- अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती नहीं करने के बावजूद सोने और चांदी में भारी गिरावट आई है।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती नहीं करने के बावजूद सोने और चांदी में भारी गिरावट आई है। दरअसल, फेड ने अभी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है लेकिन कहा कि साल 2023 में दो बार दरें बढ़ाएगा। इसका नकारात्मक स्तर सोने-चांदी के भाव पर देखने को मिला। एमसीएक्स पर सोना एक महीने के निचले स्तर 48000 के नीचे फिसल गया है। वहीं, कॉमेक्स पर सोना डेढ़ महीने के निचले स्तर के करीब है।अंतरराष्ट्रीय बाजार में बने दवाब का असर घरेलू सर्राफा बाजार पर भी देखने को मिला। सोना गुरुवार को 861 रुपये टूटकर 46,863 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया। वहीं, चांदी 1,709 रुपये लुढ़कर 68,798 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। आईआईएफएल के वाइस प्रेसीडेंट (कमोडिटी एंड करेंसी ) अनुज गुप्ता ने हिन्दुस्तान को बताया कि फेड द्वारा ब्याज दर बढ़ाने के संकेत का असर सोने-चांदी के भाव पर देखने को मिला है। आगे भी सोने-चांदी में गिरावट आ सकती है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना जल्द ही 1800 डॉलर से औंस के स्तर को छू सकता है।
सोना-चांदी में निवेश के लिए करें थोड़ा इंतजार
चांदी भी 26 डॉलर से 26.50 डॉलर प्रति औंस आ सकता है। इसका असर भारतीय बाजार में भी देखने को मिल सकता है। सोना एक बार फिर से 45,000 हजार प्रति दस ग्राम और चांदी 68 हजार प्रति किलो के आसपास आ सकती है। ऐसे में जो सोना-चांदी में निवेश करने की तैयारी कर रहे हैं, उनको थोड़ा इंतजार करना बेहतर होगा। आने वाले समय में सस्ता सोना खरीदने का मौका मिल सकता है।
कमजोर मांग से वायदा कीमतों में गिरावट
कमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया, जिससे वायदा कारोबार में गुरुवार को सोने-चांदी की कीमत में गिरावट दर्ज की गई। सोने का भाव 1,005 रुपये की गिरावट के साथ 47,501 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। चांदी की कीमत 1,717 रुपये की गिरावट के साथ 69,751 रुपये प्रति किलो रह गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अगस्त महीने की डिलिवरी के लिये सोने की कीमत 1,005 रुपये यानी 2.07 फीसद की गिरावट के साथ 47,501 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। इसमें 10,746 लॉट के लिये कारोबार हुआ। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के जुलाई डिलीवरी वाले वायदा अनुबंध का भाव 1,717 रुपये यानी 2.4 फीसद की गिरावट के साथ 69,751 रुपये प्रति किलो रह गया।
0.6 फीसद की वृद्धि की संभावना
फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा, हमें मौजूदा समय में रोजगार में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। यह स्पष्ट है कि हम काफी मजबूत श्रम बाजार की ओर बढ़ रहे हैं। फेड ने अपने बयान में वर्ष 2023 तक ब्याज दरों में 0.6 फीसद की वृद्धि की संभावना व्यक्त की है, लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि दरें तभी बढ़ाई जाएंगी जब बेरोजगारी कम होगी और मुद्रास्फीति बढ़कर दो फीसद से ऊपर पहुँच जायेगी। फिलहाल उसने नीतिगत ब्याज दरों को शून्य से 025 फीसद के दायरे में अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। फेड के बयान के बाद शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई। सोने और चांदी के भाव भी लुढ़क गए।
बैंकों की नीलामी से भी कीमतों पर दवाब
सर्राफा विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संकट में गोल्ड लोन की मांग में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है लेकिन अब बहुत सारे लोग बैंक का लोन नहीं चुका पा रहे हैं। ऐसे में बैंक अपने कर्ज की वसूली के लिए सोने की नीलामी कर रहा है। बैंकों के साथ एनबीएफसी कंपनियां भी शामिल है। इसके साथ ही लोग अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए सोने की बिक्री कर रहे हैं। इससे सोने की कीमत पर दवाब बढ़ा है जिसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है। कीमतों में और गिरावट आ सकती है।