ग्राम नाहरमऊ में 2 अक्टूबर गांधी जयंती ई ग्राम पंचायत मैं मनाई गई एवं ग्राम सभा मैं मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की गई
2 अक्टूबर 2021 सुबह 10:05 पर ग्राम के सचिव सरपंच उपसचिव और साथी उपस्थित ग्राम के गणमान्य नागरिक द्वारा गांधी जी के चित्र पर रोड़ी एवं फूल चढ़ाकर गांधी जयंती मनाई
ग्राम पंचायत नाहरमऊ 2 अक्टूबर को ग्राम पंचायत के ई ग्राम पंचायत मैं
सचिव श्रीमान रमेश कुमार दुबे
सरपंच दशरथ सिंह ठाकुर उपसचिव युवा रोजगार सहायक सचिव नीलेश यादव और ग्राम के गणमान्य नागरिक
श्रीमान कल्याण विश्वकर्मा जीने गांधी जी के चित्र पर रोली लगाकर गांधी जी को और उनकी समर्पण एवं देश के प्रति योग दानों को याद करते हुए कहां के गांधी जी की स्वतंत्रता दिलाने में बहुत ही बड़ा योगदान है और गांधीजी का सपना सतत संघर्ष के बाद पूर्ण हो पाया उन्होंने जो स्वतंत्रता की सपने देखे थे उन्हें पूरा किया। आज बड़े ही गौरव की बात है कि हम अपने स्वतंत्र देश में स्वतंत्रता की सांस ले रहे हैं। बापू जी के कारण परंतु स्वतंत्रता की लड़ाई में हमारे देश के अनेक सच्चे सपूत जवान शहीद हुए हैं उनको रास्ता दिखाने वाले बापूजी गांधीजी जिस मार्ग पर चले वह सतत ही कठीन एवं दुर्गम मार्ग था। परंतु जैसे कहते हैं कि जहां चाहे वहां राह है , और यह उन्होंने साबित कर दिया कि इंसान अगर एक बार अपने सीने में ठान ले तो कुछ भी मुमकिन नहीं है, तथा तत्पश्चात ग्राम सभा में सभी पधारे हुए गणमान्य नागरिक
पंडित श्रीमान रामरतन दुबे जी , श्रीमान राम सिंह लोधी जी, श्रीमान मुकेश यादव जी, श्रीमान राम दरोगा यादव जी, श्रीमान रामराज यादव, माधव पाठक नीरज पाठक ललित राम साहू और ग्राम के गणमान्य नागरिक और नव युवा पीढ़ी ग्राम पंचायत की ग्राम सभा में सम्मिलित हुए और हाई सेकेंडरी बाउंड्री वाल की स्वीकृति राशि की चर्चा की गई अतः उसे जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ करने पर जोर दिया गया, तत्पश्चात रामरतन दुबे एवं अन्य किसानों के द्वारा नाहरमऊ से सेेजपुर रोड की मांग रखी गई अतः प्रस्ताव डलवाया गया रामरतन दुबे जी ने बताया कि उस मार्ग से बच्चे स्कूल के लिए आते हैं बहुत ही दूर से और दुर्गम मार्ग होने के कारण वहां से भगत बाधाओं को पार करना होता है जैसे घास के बीच से आना किसी जीव जंतु के काटने का डर बना रहता है बच्चों में और किसान आती रहती हैं उन्हें भी रात और दिन में आना जाना होता है तो कोई भी दुर्घटना घट सकती है और इसी पश्चात वहां पर है बहुत अधिक कीचड़ किसानों ने बताया की घुटनों से खाते हुए 15 से 20 साल हो चुके हैं आते जाते पानी गिर जाता है तो उसी पानी में घुटनों से पानी होता है और सभी बच्चे महिलाएं और किसान उसी में से बार-बार निकलते हैं डरते हुए या यूं माने की मौत को चुनौती देते हैं कभी भी कोई भी दुर्घटना हो सकती है ऐसा छोटा रास्ता है कि वहां पर दो वाहन क्रश भी नहीं हो सकते इस प्रकार वहां से रास्ते को सुधारने का प्रयास किया जाए ऐसा किसानों के द्वारा प्रस्तावित किया गया।
इसके पश्चात ग्राम कोनिया में विना नाली के सीसी रोड मैं नाली नहीं होने से बहता हुआ पानी और जमी हुई गंदगी भगवान भोलेनाथ का मंदिर के पास अस्वच्छ वातावरण कोनिया के लोगों का आक्रोश जमकर बरसा सचिव और सरपंच पर नहीं करा रहे ऐसे रास्तों की मरम्मत और ना उस रोड पर बनी है नालियां विगत वर्षों से कहते आ रहे कुंडलपुर के ग्रामवासी इस प्रकार सचिव और सरपंच को बताई समस्याएं और सचिवों ने 1 महीने का मांगा समय कार्य की प्रगति शीघ्र करने का किया वादा इस प्रकार कोनिया की समस्याओं का हो रहा समाधान