ग्राम नाहरमऊ मैं आज विश्वकर्मा निवास निवास में विश्वकर्मा जयंती मनाया गया
आज 17 सितंबर 2021 को ग्राम नाहर मऊ के विश्वकर्मा परिवार एकत्रित होकर विश्वकर्मा जयंती को मनाया
ग्राम नाहरमऊ के श्रीमान जानकी प्रसाद विश्वकर्मा निवास एवं कृषि यंत्र रिपेयर वर्कशॉप पर कार्य को रोक कर सभी ने एकत्र रूप से विश्वकर्मा एवं अन्य कारीगर उपस्थित होकर विश्वकर्मा जयंती का कार्यक्रम रखा गया और 17 सितंबर 2021 को सुबह 11:42 पर पूजन आरंभ किया गया पंडित सौरभ तिवारी के द्वारा इ
यजमान यजमान हरिशंकर विश्वकर्मा
श्रीमान श्रीमान जानकी प्रसाद विश्वकर्मा
श्रीमान श्रीमान राजू विश्वकर्मा
श्रीमान कमल कमल कुमार विश्वकर्मा
श्रीमान रतिराम रतिराम विश्वकर्मा
श्रीमान लक्ष्मण विश्वकर्मा। दीपक विश्वकर्मा
श्रीमान हल्ली विश्वकर्मा
नेशनल सेक्स मीडिया रिपोर्टर कमलेश लोहार
विमलेश कुमार विश्वकर्मा
और परिवार के सभी सदस्य और मकान बनाते हुए एक कारीगर विट्ठल रजक और ना हरमन के अन्य कारीगरों द्वारा शामिल होकर इस पूजन की शोभा बढ़ाई एवं पूजा में अति सहयोग प्रदान किया और सभी कारीगरों के चेहरे पर एक प्रभुता का आत्मीयता का भाव देखने को मिला और इस पल का 1 वर्ष से इंतजार उन सभी विश्वकर्मा परिवार एवं कारीगरों को रहता है और मौसम आते ही वह इस दिन की प्रतीक्षा करते हैं कि विश्वकर्मा पूजन कब किया जाना है और उसकी तैयारी किस प्रकार की जानी चाहिए और क्योंकि प्रभु को आत्मा भाव चाहिए ना कि दिखावा चाहिए इसी के चलते ज्यादा व्यवस्थाएं ना बनाकर आत्मीय भाव से सभी कारीगरों द्वारा भक्ति भाव विभोर होकर विश्वकर्मा जयंती का पूजन किया गया और
सौरभ तिवारी द्वारा बताया गया के दादा परदादा और उनके पिता श्री द्वारा इस पूजन मेंसम्मिलित होने का एवं पूजन करने का सौभाग्य प्राप्त होता रहा है और बड़े सौभाग्य की बात है कि लगभग 5 वर्षों से मैं इस पूजन को करता रहा हूं विश्वकर्मा जी की पूजा करता हूं बड़ा मन प्रसन्न हो जाता है जब सुनते हैं कि बस कर्मा जी की पूजा करनी है क्योंकि हमारे आसपास जो भी निर्माण कार्य होते हैं वह विश्वकर्मा जी की कृपा से होते हैं और विश्वकर्मा जी को निर्माण कार्य के लिए स्वयं विष्णु भगवान ने आवाहन किया था और श्री कृष्ण ने अपनी द्वारका नगरी बसाने के लिए श्री विश्वकर्मा जी का आवाहन किया था और श्री विश्वकर्मा जी ने श्री कृष्ण के लिए बड़ी ही सुंदर नगरी का निर्माण कुछ ही क्षणों में किया था और आज जो कारीगर बड़े ही सुंदर मकानों का निर्माण करते हैं उन पर वास्तव में श्री विश्वकर्मा जी की कृपा रहती है अद्भुत मकानों के निर्माण एवं कृषि यंत्रों द्वारा कृषि में बहुत ही सरलता होती है और सरल बनाने के लिए विश्वकर्मा एक से एक निर्माण कार्य करते रहते हैं और एक से एक औजार हम मानव समाज में दिए हैं जिससे मानव समाज बहुत ही सरलता से अनेक प्रकार के काम कर लेता है
और सभी के द्वारा ऐसी भाव सुनने को मिले सभी की भक्ति भाव विश्वकर्मा पूजा में लीन होकर चिंतन करते हुए विश्वकर्मा जी की पूजन विधि और तत्पश्चात हवन करते हुए भगवान विश्वकर्मा जी की कथा श्रवण की कथा श्रवण पश्चात आरती करते हुए प्रसाद वितरण किया गया अंततः पूजन 3:00 बजे संपन्न हुआ और सभी ने श्री विश्वकर्मा जी से सभी की मंगल कामना करते हुए अपने अपने घर को प्रस्थान किए और शाम की आरती में सम्मिलित हुए कीर्तन किया गया इस प्रकार भगवान श्री विश्वकर्मा जी की जयंती को बड़े ही हर्ष उल्लास से मनाया