नहीं रहा मिश्रा परिवार का लाल आज सुबह ही हो गई मृत्यु,शोक में डूबा संपूर्ण शोकाकुल
हनुमना जनपद के ग्राम पाती मिश्रान मैं दिल दहला देने वाला हादसा हुआ है जहा सतेंद्र मिश्रा उम्र 24 वर्ष बताई जा रही उनकी आज सुबह मृत्यु हो गई है
पाती मिश्रान के निवासी सतेंद्र कुमार मिश्रा जो हनुमना शहर में भाड़े के कमरे में रह कर अपनी शिक्षा प्रगति कर रहे थे तभी अचानक उनकी मृत्यु की खबर से संपूर्ण हनुमना एवं ग्राम शोक में डूब गया जी हां फांसी के फंदे से सतेंद्र कुमार मिश्रा का शव पुलिस प्रशासन द्वारा उतारा गया तथा पोस्टमार्टम के बाद शव को परिवार जन को सौंप दिया गया
निजी जानकारी के मुताबिक सतेंद्र कुमार मिश्रा पिता रामभिलाष मिश्रा ग्राम पांती मिश्रान के निवासी हैं तो वही सतेंद्र कुमार मिश्रा की उम्र 24 वर्ष बताई जा रही है,MSC पढ़ाई कर छोट सा कोचिंग क्लास चलाया करते थे।
सतेंद्र कुमार मिश्रा की दिनचर्या की बात करें तो कोचिंग क्लास के बाद खुद की पढ़ाई पर ध्यान दिया करते थे और जो भी समय बचता था परिवार एवं मित्रों को दे दिया करते थे तो वही स्वभाव में पढ़े-लिखे योग्य व्यक्त की तरह अपने भावों को लोगों के प्रति एक समझ से रखते थे जिसके कारण लोगों के दिलों में एक अलग ही जगह बना पाए थे ऐसे में उनकी कमी लोगों को जिंदगी भर खलती रहेगी, हनुमना में सतेंद्र मिश्रा के साथ उनके बड़े भाई के बेटे सौरभ मिश्रा रहते थे, उनके कमरे में दो रूम बने थे जिसमें सौरभ मिश्रा और एक में सतेंद्र मिश्रा रहा करते थे। जिस कमरे में सतेंद्र मिश्रा रहते थे उसी कमरे में फंदे पर लटकता शव मिला , इस घटना की सूचना सौरभ द्वारा परिवार को दी गई ,हलाकि फंदा किसी रस्सी का नहीं बल्कि किसी गमछे का बना हुआ था, जिसकी पुष्टि सौरभ द्वारा एवं जन द्वारा की गई, सौरभ ने बताया कि यह गमछा अपने कमरे में नहीं था तो क्या इसका मतलब गमछा बाहर से आया , सूत्रों के मुताबिक सतेंद्र मिश्रा एक सुलझे और समझदार व्यक्ति थे ऐसे में उनसे ऐसी उम्मीद नही थी, पर हो सकता है की उनके साथ जालसाजिस की गई हो क्योंकि तमाम मद्दे चीख चीख के बया कर रहे की व्यक्ति दिमाक से और व्यवहार स्वभाव से सुलझे हुऐ व्यक्ति थे ऐसे में कोई अगर आत्महत्या कहे तो व्यक्ति मानने को तैयार नहीं हो रहे। क्योंकि स्थिति को देखा जाए तो आत्महत्या की हालत में नहीं थे सतेंद्र , क्या उनके साथ धोका धडी की गई या वेल प्लेन्ड मर्डर ये तो वक्त ही बया करेगा। हलाकि हनुमना में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा ऐसे मामले आए दिन आते रहते है जहा लोग अपने बच्चो को शिक्षा के लिऐ उनके भविष्य के लिऐ मजबूरन नर्क जैसे माहौल में भेजते है जिसके कारण जिंदगी भर रोना पड़ता है, हलाकि ये सब लोग मजबूरी के कारण करते क्योंकि ग्राम में शहर जैसी सुविधा उपलब्ध नही हो पाती।फिलहाल कुछ कहाना इस केस की सच्चाई को जानने के बराबर नही है पुलिस प्रशासन जांच में जुटी है। ग्राम वासियों में इस घटना का बहुत लंबा शोक है मातम पसरा है मानो हर घर से घटना हुई हो क्यों ना हो क्योंकि ग्राम वासियों ने एक होनहार लाल खोया है
वह सवाल जो हर कोई करना चाहता है
हालांकि इस समय को देखते हुए पुलिस प्रशासन फिलहाल आत्महत्या का केस दर्ज जरूर की है पर लोगो को आत्महत्या नहीं लग रहा तो प्रशासन को लोगो की इस अपील को जरूर ध्यान में रख के जांच करनी होंगी।सवाल यू तो हजारों है पर बार बार जहन में जो सवाल गुज रहा वो ये है की बाहर से गमछा अंदर कैसे आया,शराब का सेवन न करने वाले व्यक्ति के जेब में शराब कैसे पाई गई, हलाकि इसकी सुनवाई पुलिस प्रशासन द्वारा जरूर की जाएगी
फिलहाल सतेंद्र के शव को अग्नि के हवाले शाम को कर दिया गया है।
The Natinoal Fact Media
रिपोर्टर
अंकित शुक्ला