Breaking News
TODAY NEWS
- कोरोना काल में इकॉनमी को मोदी सरकार की बूस्टर डोज, किए ये 8 बड़े ऐलान, छोटे कारोबारी, ट्रेवल-टूरिज्म, हेल्थ सेक्टर को मिलेगी बड़ी राहत
- ट्विटर की एक और हिमाकत: भारत के नक्शे से छेड़छाड़, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दिखाया अलग देश
- जम्मू-कश्मीर: दबोचा गया लश्कर का बड़ा दहशतगर्द नदीम अबरार, कई सुरक्षाकर्मियों और आम लोगों की ले चुका है जान
- भारत ने किया अग्नि प्राइम मिसाइल का परीक्षण, दुश्मनों के वॉरशिप 2,000 किलोमीटर दूर तक होंगे ध्वस्त
- IND vs SL: क्रुणाल पांड्या के क्लोज कॉन्टैक्ट में आए सभी आठ शख्स हो सकते हैं T20 सीरीज से बाहर
- Uttar Pradesh: Barabanki में भीषण सड़क हादसा, ट्रक और बस की जोरदार टक्कर में 18 लोगों की मौत
- PV Sindhu vs Cheung Ngan Highlights: पीवी सिंधु ने नगयान यी चियुंग को हराया, नॉकआउट स्टेज में
- Karnataka News: बेदाग छवि...पिता पूर्व मुख्यमंत्री, जानें कर्नाटक के होने वाले नए CM बसवराज बोम्मई के बारे में सब कुछ
- जम्मू के किश्तवाड़ जिले में बादल फटा, 4 शव बरामद, 28 लोग लापता
- जो कहा, वह किया: अमेरिका ने लिया काबुल ब्लास्ट का बदला, 48 घंटे के भीतर साजिशकर्ता IS आतंकी को मार गिराया
- 1 दिन में लगे एक करोड़ टीके; भारत की उपलब्धि देख गदगद हुईं WHO की चीफ साइंटिस्ट, तारीफ में क्या कहा
- Tokyo Paralympics: टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने रचा इतिहास, गोल्ड मेडल जीतने से एक कदम दूर
- IND VS ENG: अंपायर का भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत को स्टांस बदलने के लिए कहना कितना सही है, सुनील गावस्कर ने दिया ये चौंकाने वाला जवाब
- LIVE MI vs PBKS: पंजाब किंग्स की पारी शुरू, केएल राहुल और मंदीप सिंह की सलामी जोड़ी क्रीज पर
- देश मे आज से शुरू हुई इस पावरफुल इलेक्ट्रिक SUV की बुकिंग, सिंगल चार्ज में चलेगी 470Km
- Beauty Tips: क्या 3 महीने में बदलना चाहिए मस्कारा? खरीदते समय ध्यान में रखें ये बातें
- आलू का नहीं इस बार बनाएं चटपटा प्याज का पराठा, बच्चों से लेकर बड़ों तक को स्वाद आएगा पसंद
- मासूम बच्ची ने वीडियो गेम में देखा चैलेंज, निगल ली चुंबक की 23 गोलियां
- आज कन्हैया कुमार के साथ कांग्रेस ज्वाइन नहीं कर पाए जिग्नेश मेवानी, खुद ही बताया कारण
Leave a comment
1 Comments
Many More...
6/8/2022
Sprout Moong Chaat: वेट लॉस जर्नी में नहीं करना चाहते स्वाद से समझौता, ट्राई करें ये टेस्टी और हेल्दी डिश
स्प्राउट्स खाना सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है, यह तो हम सभी जानते हैं। लेकिन इसके स्वाद के चक्कर में सभी इससे मुंह मोड़ लेते हैं। ऐसे में आप इसकी टेस्टी और हेल्दी चाट बनाकर खा सकते हैं।
अच्छी खबर है धन्यवाद इसी तरह भाद्रपद कृष्ण पक्ष तृतीया को संपूर्ण पूर्वी उत्तर भारत में कजरी तीज का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर सुहागिनें कजरी खेलने अपने मायके जाती हैं। ये महिलाएं नदी- तालाब आदि से मिट्टी लाकर उसका पिंड बनाती हैं और उसमें जौ के दाने बो देती हैं। रोज इसमें पानी डालने से पौधे निकल आते हैं। इन पौधों को कजरी वाले दिन लड़कियां अपने भाई तथा बुजुर्गो के कान पर रखकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करती हैं। इस प्रक्रिया को जरई खोंसना कहते हैं। इसके एक दिन पूर्व यानी भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया को श्रतजगाश् का त्यौहार होता है। महिलाएं रात भर कजरी खेलती हैं। कजरी खेलना और कजरी गाना दोनों अलग चीजें हैं। कजरी का यह स्वरूप केवल ग्रामीण इलाकों तक सीमित है। खेलने के इस स्थान को चौघट कहते हैं। यह खेल गायन करते हुए किया जाता है। जो देखने और सुनने में अत्यंत मनोरम लगता है। गाये जाने वाले गीत को कजली अथवा कजरी कहा गया। कजली तीज के रोज जी भर कजरी गाने-गवाने का कार्यक्रम चलता रहता है। कजरी-गायन की परंपरा बहुत ही प्राचीन है। सूरदास, प्रेमधन आदि कवियों ने भी कजरी के मनोहर गीत रचे थे, जो आज भी गाए जाते हैं। कजरी का आरंभ देवी वंदना से होता है। कजरी गीतों में जीवन के विविध पहलुओं का समावेश होता है। इसमें प्रेम, मिलन, विरह, सुख-दु:ख, समाज की कुरीतियों, विसंगतियों से लेकर जन जागरण के स्वर गुंजित होते हैं। इस दिन स्त्रियां बागों में झूले ड़ाल कर झूला झूलती हैं। सावन में कजरी और झूला दोनों एक-दूसरे के पूरक से लगते हैं। सावन में स्त्रियां ही नहीं पुरूष भी मंदिर में जाकर भगवान को झूले में बिठाकर झूला झुलाते हैं। वे झूले में झूलते भगवान के दर्शन कर, उन्हें झूम-झूमकर मनभावनी कजरी सुनाते हैं। संयोग और वियोग श्रृंगार के अतिरिक्त कजरी में भक्ति, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, आर्थिक तथा ऎतिहासिक चित्रण भी देखने-सुनने को मिलते हैं।